प्रधानमंत्री मोदी ने कैबिनेट मीटिंग में इसका पालन किया, ट्रम्प की प्रेस कॉन्फ्रेंस में रिपोर्टर्स को दूर-दूर बैठाया गया





नई दिल्ली/वॉशिंगटन/मुंबई/चेन्नई. कोरोनावायरस से लड़ने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को दुनिया में सबसे बड़ा उपाय माना जा रहा है। दुनिया में इसका पालन देर से ही सही, लेकिन अब होने लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने संबोधन में इस पर जोर दिया। अब वे इसका पालन भी कर रहे हैं। बुधवार को कैबिनेट मीटिंग में यह दिखा भी। सभी केंद्रीय मंत्री एक मीटर की दूरी पर बैठे दिखे। इसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा अन्य मंत्री मौजूद थे।


उधर, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। सभी रिपोर्ट्स दूरी बनाकर बैठे। ऐसी ही तस्वीरें दुनियाभर से आ रही हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने पर संसद से लेकर, एयरपोर्ट, रेस्त्रां तक में जोर दिया जा रहा है।


सामाजिक दूरी से कोरोना का ग्राफ नीचे आएगा


प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को एक बार फिर देश को संबोधित किया और सामाजिक दूरी पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि एक संक्रमित व्यक्ति हफ्ते-दस दिन में सैकड़ों लोगों को संक्रमित कर सकता है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईएमसीआर) ने भी कहा कि यह एक व्यक्ति से 4 लोगों तक फैल सकता है, फिर 4 से 16 और ऐसे ही आगे भी संक्रमण बढ़ सकता है। इस आधार पर यह मानें कि हर दूसरे दिन एक आदमी 4 लोगों को संक्रमित कर रहा है तो अगले दिन इन चारों से 16 व्यक्ति संक्रमित हो जाएंगे। ऐसे ही चलता रहा तो एक संक्रमित व्यक्ति महज 15 दिन में 27 करोड़ लोगों को संक्रमित कर सकता है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन संक्रमण को 62% कम कर सकता है।